Sunday 18 March 2018

जवानी- शक्ति छन्द आधारित मुक्तक


अगर इंकलाबी कहानी नहीं,
लहू में तुम्हारे रवानी नहीं।
डराती अगर हो पराजय तुम्हें,
सुनो मित्र वो फिर जवानी नहीं।१।


चलो यार माना बहुत ख़ार हैं,
चमन जल रहा कोटि अंगार हैं।
मगर ये जवानी मिली किसलिए,
तरुण के यही शुभ्र श्रृंगार हैं।२।

        ✍ डॉ पवन मिश्र

Sunday 11 March 2018

ग़ज़ल- छुप के बैठे हैं कमीने पाक में


छुप के बैठे हैं कमीने पाक में।
दम किये हिन्दोस्तां की नाक में।।

जाग जा सोई हुई दिल्ली मेरी।
अब दरिन्दों को मिला दे ख़ाक में।।

कल सुना इक लाश वोटर की मिली।
भेड़िये से रहनुमा हैं ताक में।।

दोस्तों दिल्ली चलो, दिखलाऊँगा।
गीदड़ों को शेर की पोशाक में।।

रौंदने वालों से कलियां कह रहीं।
क्यूँ मिला डाला हमें यूँ ख़ाक में।।

वक्त आने पर बताएगा पवन।
जिंदगी उलझी अभी अश्बाक में।।

             ✍ *डॉ पवन मिश्र*


अश्बाक= बहुत से जाल

मजाहिया ग़ज़ल- वो करेंगे दम हमारी नाक में


क्या पता था हम हैं जिनकी ताक में।
वो करेंगे दम हमारी नाक में।।

अहलिया की ख्वाहिशें थमती नहीं।
वो उड़े हैं अर्श में, हम ख़ाक में।।

यूं बहस होने लगी बीवी से कल।
ज्यों छिड़ा हो युद्ध भारत पाक में।।

घर के भीतर खौफ़ का माहौल है।
आजकल बेलन ही बस इदराक में।।

हद है मैं भी ढूंढता था आज तक।
कोकिला को एक मादा काक में।।

हाल मत पूछो मियाँ मटका बना।
वो कुम्हारिन बन घुमाती चाक में।।


                  ✍ डॉ पवन मिश्र

अहलिया= बीवी
इदराक= सोच

Sunday 4 March 2018

दोहे- पूर्वोत्तर विस चुनाव परिणाम (2018) और यूपी के वर्तमान सियासी माहौल के संदर्भ में


अबकी होली क्या कहें, जियरा का हम हाल।
भगवा हुइगा देश सब, हरा बचा ना लाल।१।
जोगीरा सा रा रा रा, जोगीरा सा रा रा रा

पूर्वोत्तर की तपन से, यूपी भी बेहाल।
हाथी खोजे साइकिल, हाथ हुआ कंगाल।२।
जोगीरा सा रा रा रा, जोगीरा सा रा रा रा

बुआ भतीजा संग में, खिचड़ी रहे पकाय।
कच्ची हांडी देखकर, नमो खड़ा मुस्काय।३।
जोगीरा सा रा रा रा, जोगीरा सा रा रा रा

नीला लाल बना रहे, देखो कैसा मेल।
काला ही परिणाम तय, देख सियासी खेल।४।
जोगीरा सा रा रा रा, जोगीरा सा रा रा रा

तपती दुपहरिया मिटी, आयी महकी शाम।
सब बोलो दिल खोलकर, जय जय जय श्री राम।५।
जोगीरा सा रा रा रा, जोगीरा सा रा रा रा

                                
                            ✍ डॉ पवन मिश्र