Sunday 7 January 2018

ग़ज़ल- ख़्वाब दिखा कर पास बुलाया जाता है


ख्वाब दिखा कर पास बुलाया जाता है।
फिर आशिक को खूब सताया जाता है।।

झूठे किस्से लैला मजनू के कहकर।
लोगों को कितना भरमाया जाता है।।

मैख़ाने में जाने वाले क्या जानें ?
आंखों से भी जाम पिलाया जाता है।।

जलने से पहले  परवाना यूं बोला।
देखो ऐसे इश्क़ निभाया जाता है।।

एक सुखनवर को देखा तब ये जाना।
टूटे दिल से भी तो गाया जाता है।।


                     ✍ *डॉ पवन मिश्र*

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